शà¥à¤ अपà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤¨
इंपीरियल हेरिटेज़ सà¥à¤•à¥‚ल में दिनांक ०६-१०-२१ को ‘अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ की समऒ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ नैतिक मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° होते हà¥à¤ अपने व अपनों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपनी ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को समà¤à¤¤à¥‡ हà¥à¤ किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° समाज के लिठहितकर बना जाठइस पर à¤à¤• रचनातà¥à¤®à¤• मौखिक गतिविधि (कहानी का ससà¥à¤µà¤° वाचन) का आयोजन किया गया। इस गतिविधि में छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने कहानी ( ‘मदà¥à¤°à¤¾à¤¸à¥€ मसाला डोसा’) के माधà¥à¤¯à¤® से सà¥à¤µà¤¾à¤µà¤²à¤‚बी बनना, सही समय पर सही सोच को उज़ागर करना आदि विषयों से अवगत करवाया गया। छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने इस गतिविधि को बड़ी उतà¥à¤¸à¥à¤•à¤¤à¤¾ व रोचकतापूरà¥à¤µà¤• किया।
धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦!