शà¥à¤ अपà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤¨
इंपीरियल हेरिटेज़ सà¥à¤•à¥‚ल में दिनांक ३०-९-२१ को ‘अचà¥à¤›à¤¾à¤ˆ की समऒ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ नैतिक मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की ओर अगà¥à¤°à¤¸à¤° होते हà¥à¤ देश के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपनी ज़िमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को समà¤à¤¤à¥‡ हà¥à¤ किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° देश के लिठहितकर बना जाठइस पर à¤à¤• रचनातà¥à¤®à¤• मौखिक गतिविधि का आयोजन किया गया। इस गतिविधि में छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ à¤à¤• कहानी ( ‘हम à¤à¤• तो देश मज़बूत’) के माधà¥à¤¯à¤® मिली-जà¥à¤²à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾, राषà¥à¤Ÿà¥à¤° सेवा की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾, उतà¥à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ के लिठपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ व परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ आदि विषयों से अवगत करवाया गया। इस गतिविधि के माधà¥à¤¯à¤® से छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ में कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• कौशल का à¤à¥€ विकास किया गया। जैसे- चितà¥à¤° के माधà¥à¤¯à¤® से सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¤• नैतिक मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ पर आधारित कहानी लेखन,अपठित गदà¥à¤¯à¤¾à¤‚श आदि। छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने इस गतिविधि को बड़ी उतà¥à¤¸à¥à¤•à¤¤à¤¾ व रोचकतापूरà¥à¤µà¤• किया।
धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦!